आपने भी कभी न कभी कम्प्युटर देखा होगा और cpu के बारे मे सुना भी होगा जैसे – टी वी , समाचार आदि मे और आपने cpu से जुड़े बहुत से सवाल आए होगे । जैसे – CPU Full Form, CPU Ka Full Form, cpu kya hai ,cpu in hindi, cpu ka pura naam ,cpu ki full form , CPU Full Form in Hindi, CPU का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
CPU Ka Full Form
CPU Full Form | Central Processing Unit |
CPU Full Form in Hindi | (केन्द्रीय प्रक्रमन इकाई) सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट |
CPU Core | Single Core Dual Core Quad Core |
CPU का इतिहास | 1960 |
माउस का फुल फॉर्म (mouse full form ) | Manually Operated Utility For Selecting Equipment. |
कंप्यूटर का फुल फॉर्म ( computer full form ) | Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research” |
कीबोर्ड का फुल फॉर्म ( keyboard full form ) | Keys Electronic Yet Board Operating A to Z Response Directly |
मॉनिटर का फुल फॉर्म ( monitor full form ) | Mass on newton is train on rat |
प्रिंटर का फुल फॉर्म ( printer full form ) | दोस्तों प्रिंटर का कोई फुल फॉर्म नहीं होता है |
रोम का फुल फॉर्म ( rom full form ) | Read-only memory |
UPS Full Form | Uninterruptible Power Supply |
ए एल यू का फुल फॉर्म | Arithmetic Logic Unit अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट |
सीडी का फुल फॉर्म | Compact Disc ( कॉम्पैक्ट डिस्क ) |
cpu definition – CPU की फुल फॉर्म Central Processing Unit होती है. इसको हिंदी में केन्द्रीय प्रक्रमन इकाई कहते है इसे हिंदी में “सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट” कहा जाता है | इसके अलावातक पहुंचाने में मददगार साबित होताहै तथा यह सभी Basic अंक–गणितीय (Arithmetical) और तार्किक (Logical) क्रियाओं को संचालित करता है। cpu को computer का brain भी कहा जाता है
कंप्यूटर में CPU क्या काम करता है ?
कंप्यूटर में होने वाली ज्यादातर प्रोसेसिंग इसी यूनिट के द्वारा कंट्रोल की जाती है । किसी कंप्यूटर का CPU हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलने वाले सभी निर्देशों को संभालता है । जिस प्रकार हमारे शरीर द्वारा सभी कार्य हमारे दिमाग से होते है, उसी तरह CPU को कंप्यूटर का दिमाग या दिल भी कहा जाता है । कंप्यूटर के सभी हिस्सों के कार्य CPU के द्वारा ही कंट्रोल होते है ।
किसी कंप्यूटर का CPU उन सभी Instructions को संभालता है जो उसे कंप्यूटर के हार्डवेयर जैसे कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर या किसी सॉफ्टवेयर प्रोग्राम द्वारा प्राप्त होते है । इसके बाद CPU अपने Program के अनुसार गणना करता है और उसके बाद अपना आउटपुट जैसे कोई जानकारी मॉनिटर पर दिखाता है ।
CPU का इतिहास
CPU शब्द का प्रयोग पहली बार कंप्यूटर उद्योग में 1960 के दशक की शुरुआत में किया गया था. प्रारंभ में सीपीयू शब्द का उपयोग Software Execution के लिए एक Device को परिभाषित करने के लिए किया गया था और यह Stored प्रोग्राम कंप्यूटर के आगमन के साथ आया था.
सीपीयू (CPU) कैसा दिखाई देता है ?
एक आधुनिक CPU आम तौर पर छोटा और चौकोर आकार का बना हुआ होता है, जिसमें कई छोटे, गोलाकार, धातु कनेक्टर इसके अंडरसाइड पर दिखाई देते हैं, लेकिन वहीं जिन लोगों के पास कुछ पुराने CPUs है, तो उनमे धातु कनेक्टर की बजाय पिन लगे हुए होते हैं। सीपीयू मदरबोर्ड पर सीधे एक सीपीयू “सॉकेट” (या कभी-कभी “स्लॉट”) में मौजूद होता है।
CPU सॉकेट पिन-साइड-डाउन में डाला जाता है, जो मुख्य रूप से एक छोटा लीवर प्रोसेसर को सुरक्षित करने में सहायता प्रदान करता है | cpu के विकास के कारण इनका आकार छोटा हो गया है और ये पहेले के cpu से जायदा काम को कम समय मे कर देते है । ये cpu nano meter मे होते है जिस cpu का नैनो मिटर जितना कम होता है वह उतना ही अच्छा काम करता है और power भी कम लेता है ।
सीपीयू (CPU) का क्या मतलब है ?
CPU एक कंप्यूटर के सभी महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करता है. यह हार्डवेयर और सक्रिय सॉफ्टवेयर दोनों से निर्देश प्राप्त करता है और तदनुसार Output प्रदान करता है. CPU को प्रोसेसर, सेंट्रल प्रोसेसर और माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है. यह ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर जैसे सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को Stored करता है. यह इनपुट और आउटपुट डिवाइस को एक दूसरे के साथ Conversation करने में भी मदद करता है. डेस्कटॉप, लैपटॉप और टैबलेट कंप्यूटर, स्मार्टफोन और फ्लैट स्क्रीन टीवी सेट ये सभी प्रकार डिवाइस एक CPU का ही इस्तेमाल करते है |
CPU कंप्यूटर में कहा लगा होता है ?
सीपीयू कंप्यूटर के अंदर Motherboard पर लगा होता है । आजकल के कंप्यूटर या PC का CPU चौकोन आकार का और छोटा होता है, इसमें धातु के बने कई छोटे छोटे Pins या कनेक्टर होते है, जो Motherboard पर CPU Socket में फिट होकर कनेक्ट होते है ।
कोई भी Motherboard एक प्रकार के CPU को सपोर्ट करता है यानी अलग अलग प्रकार के स्पेसिफिकेशन वाले Motherboard में सीपीयू भी अलग अलग प्र प्रोसेसर या सीपीयू गर्मी पैदा करते है जिसके कारण इन्हें ठंडा रखने के लिए Heat Sink से कवर किया जाता है ताकि यह आसानी से चल सके । इसके अलावा कंप्यूटर में CPU को ठंडा रखने के लिए Fan भी दिया जाता है ।
कंप्यूटर के अलावा अन्य डिवाइस या इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में भी CPU उपयोग होते है । CPU किसी कंप्यूटर सिस्टम के अलावा Smart Phone, Smart watch, Smart Tv, मोबाइल फोन, टेबलेट, गेमिंग कंसोल, मल्टीमीडिया डिवाइस, कार आदि में भी होता है ।
CPU Components
- Memory or Storage Unit
- Control Unit
- Arithmetical Logic Unit (ALU)
Memory or Storage Unitयह Unit instructions, data और intermediate results को Stored कर सकती है. यह Unit जरूरत पड़ने पर कंप्यूटर की अन्य Units को सूचना की आपूर्ति करती है. इसे internal storage unit या main memory या primary storage या Random Access Memory के रूप में भी जाना जाता है. इसका आकार गति, शक्ति और क्षमता को प्रभावित करता है. कंप्यूटर में प्राथमिक मेमोरी और सेकेंडरी मेमोरी दो प्रकार की मेमोरी होती है. Memory Unit के बहुत से कार्य होते है जैसे कि –
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Control Unitयह Unit कंप्यूटर के सभी हिस्सों के संचालन को नियंत्रित करती है, लेकिन किसी भी वास्तविक डेटा प्रोसेसिंग ऑपरेशन को अंजाम नहीं देती है. Control Unit के बहुत से कार्य होते है जैसे कि –
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Arithmetical Logic Unit (ALU)इस Unit में दो उप नाम शामिल हैं जैसे कि –
Arithmetic SectionArithmetic Section का कार्य इसके अलावा, घटाव, गुणन और विभाजन जैसे अंकगणितीय संचालन करना है. सभी Complex ऑपरेशन उपरोक्त कार्यों का दोहराव उपयोग करके किया जाता है. Logic SectionLogic Section का कार्य डेटा की तुलना, चयन, मिलान और विलय जैसे तर्क संचालन करना है. |
Types of CPU
- Transistor CPUs
- Small Scale Integration CPUs
- Large Scale Integration CPUs
सीपीयू के प्रकार (Types of CPU in Hindi)
जैसे की हम जानते हैं की computer CPU (जिसे short में Central Processing Unit) कहते हैं एक बहुत ही vital component है जो की सभी instructions और calculations को handle करती हैं जिन्हें उसे send किये जाता है दुसरे computer’s components और peripherals से. Software Programs किस speed से काम करती है ये भी CPU के ऊपर निर्भर करता है की वो कितने powerful हैं.
इसलिए ये महत्वपूर्ण है की आप सही CPU का चुनाव करें जिससे वो सभी कार्यों को जरूरत अनुसार handle कर सकें. अभी पूरी दुनिया में दो सबसे बड़े leading CPU manufacturers है Intel और AMD, जिनके पास अपने ही प्रकार के CPUs मौजूद हैं.
1) Single Core CPUSingle core CPUs सबसे पुराने type के computer CPU में available होते हैं और सबसे पहले इन्ही प्रकार के CPU का इस्तेमाल करके कम्प्युटर बनाया गया था जो बहुत धीरे कम करते थे और बहुत बड़े होते थे .Single core CPUs में केवल एक समय में एक ही operation किया जा सकता है, इसलिए ये multi-tasking के लिए सही option नहीं हैं. जब भी user एक से ज्यादा application run करने को चाहे तब इनका performance बड़ी जल्दी ही कम हो जाता है. यदि आप कोई दूसरा application run करने को चाहें तब आपको पहला ख़त्म होने तक का इंतजार होना पड़ेगा. नहीं तो पहला operation बहुत ही slow हो जायेगा. इस प्रकार के CPUs में computer का performance ज्यादातर clock speeds के ऊपर निर्भर करता है और जो की power का भी measurement है. |
2) Dual Core CPUसमय के साथ cpu के technology मे विकास हुआ और cpu का आकार कम और जायदा काम करने वाले cpu आए । जिनमे dual core cpu है । या इसे येसा भी बोल सकते है की इसमे दो दिमाग होते है एक dual core CPU single CPU ही होता है लेकिन इसमें दो cores होते हैं और इसलिए ये दो CPUs के तरह ही function करता है. जहाँ single core CPU में processor को different sets of data streams में switch back और forth करना होता है अगर ज्यादा operation करना हो वहीँ dual core CPUs बड़े ही आराम से multitasking को handle कर सकता है वो भी efficiently. Dual Core का ज्यादा advantage लेने के लिए दोनों operating system और जो programs उसमें run कर रही है, दोनों में एक special code का लिखा होना बहुत ही आवश्यक है जिसे की SMT (simultaneous multi-threading technology) कहा जाता है. Dual core CPUs Fast होते हैं single core के तुलना में लेकिन quad core CPUs के तरह नहीं होते हैं. |
3) Quad Core CPUdual core के बाद cpu का और विकास हुआ जीके बाद quad core cpu आए जो dual core से जायदा power full the । Quad Core CPUs further refinement होते हैं multi-core CPU design का और इसमें four cores को एक single CPU में feature किया जाता है. जैसे की एक dual core CPUs में workload को split किया जाता है two cores के भीतर, ठीक वैसे ही quad cores में और भी ज्यादा मात्रा में बड़े multitasking कार्य किया सकता है. इसका ये मतलब नहीं है की एक single operation चार गुना तक faster हो जायेंगे. ये केवल SMT Code के होने से ही possible है. इन CPUs में speed ज्यादा noticeable नहीं होते हैं. लेकिन हाँ जिन users को बहुत सारे heavy tasks जैसे की Video editing, Games, animations जैसे tasks अगर एक साथ करना है तब ये CPUs उनके जरुर काम में आने वाले हैं. |
4) हेक्सा कोरWhat is Hexa Core in Hindi: Hexa Core एक और मल्टी-कोर प्रोसेसर है जो छह कोर के साथ आता है और इसमें dual core और quad core प्रोसेसर की तुलना में फास्ट कार्य करने की क्षमता होती है। |
5) ऑक्टो कोरWhat is Octo Core in Hindi: Octa-core प्रोसेसर आठ प्रोसेसर कोर से बना है। |
6) डेका कोरWhat is Deca Core in Hindi: Dea ccore प्रोसेसर के एक ही चीप पर 10 सिपीयू कोर होते हैं। |
CPU कितना महत्वपूर्ण हैं?
जैसे की मैंने पहले ही कहा है की CPU एक computer के लिए कितना महत्वपूर्ण है. चूँकि इसे brain of computer भी कहा जाता है इसलिए आप समझ ही गए होंगे की ये कितना महत्वपूर्ण है.
चूँकि ये solely responsible है program के भीतर commands को execute करने के लिए, जितनी ज्यादा CPU की capacity होगी उतनी ही ज्यादा जल्दी से ये अपने applications को run कर सकते हैं.
CPU Cores क्या है और CPU में कितने Cores होते हैं ?
पहले के समय की computing की बात करें तब पहले CPU में single core हुआ करते थे. इसका मतलब है की CPU केवल एक single set of tasks तक ही limited होते थे.ख़ास इसी कारण के वजह से ही पहले के computers में computing की speed बहुत कम होती थी और वो कार्य करने के लिए ज्यादा समय लगाते थे.
लेकिन समय के साथ और ज्यादा computing power के requirement के कारण ही manufacturers को performance बढ़ाने के लिए नए तरीकों का अवलंबन करना पड़ा. और इसी performance को improve करते वक़्त multi-core processors का जन्म हुआ. जो की आजकल हम dual, quad, और octa-core CPU के विषय में सुन रहे हैं.
Dual Core Processor : एक dual-core processor में दो separate CPU’s एक single chip में मेह्जुद होते हैं. Cores की संख्या को बढ़ा देने से, CPUs multiple processes को simultaneously handle करने में सक्षम हो जाते हैं.
इससे manufacturers को उनके requirements के अनुसार ज्यादा performance वाला और processing time कम लेने वाला CPU मिल जाता है.Dual-core के आने से ये आगे quad-core processors जिसमें four CPU’s होते हैं, उसे ये develop करने में सहायक होते हैं. वैसे ही octa-core processors भी.
Hyper Threading क्या है?
कुछ CPUs अपने मेह्जुदा physical core को visualizer कर ज्यादा cores की क्ष्य्मता उत्पन्न कर देते हैं. इस प्रक्रिया को Hyper Threading कहा जाता है. उदहारण के लिए Single core को इस्तमाल कर उसे dual cores के तरह visualize कर देना. इससे single core के होते हुए भी dual cores का काम करवाया जा सकता है.
Virtualization का अर्थ है की एक CPU जिसमें एक core मेह्जुद हो लेकिन वो dual core के तरह function करने लगे. यहाँ पर additional cores का मतलब है की separate threads का होना. लेकिन यहाँ पर ये जानना चाहिए की physical core ज्यादा बेहतर perform करते हैं virtual cores के तुलना में.
Multi threading क्या है?
यहाँ पर thread को cores माना गया है. माने की एक single thread को आप एक single piece of computer process मान सकते हैं. वहीँ Multi threading का मतलब है की ज्यादा threads को एक साथ process करना.
मतलब की एक single CPU में ज्यादा number के instructions को समझा और process किया जाता हो एक ही समय में. इससे CPU core एक ही समय में ज्यादा काम एक साथ process कर सकती है. जिससे computing speed बहुत ही बढ़ जाती है.
Intel Core i3 vs. i5 vs. i7
चलिए Intel के अलग अलग CPU के विषय में जानते हैं. कैसे ये processor काम करते हैं. आप जरुर सोच रहे होंगे की Intel के i7 processor बेहतर प्रदर्शन करता है i5 और i3 के मुकाबले. और ये सच भी है. क्यूंकि i7 ज्यादा बेहतर होता है i5 से और i5 बेहतर होता है i3 से.
लेकिन क्या आप जानते हैं की ये processor क्यूँ एक दुसरे से भिन्न है और एक दुसरे से performance के मामले में अलग हैं. लेकिन इसे समझना आसान है, चलिए इसके बारे में जानते हैं.
Intel Core i3 processors dual-core processors होते हैं, वहीँ i5 और i7 processors quad-core होते हैं. Turbo Boost जैसे feature के होने से i5 और i7 chips ज्यादा बेहतर काम करते हैं. इस turbo boost से ये processor को enable करता है अपने clock speed को base speed से ज्यादा करने में मदद करता है, जैसे की 3.0 GHz से 3.5 GHz तक, जब भी उन्हें इसकी जरुरत पड़े तब. लेकिन Intel Core i3 chips में ये feature नहीं होते हैं.
वो Processor models जिनके ending में “K” लिखा हुआ होता है वो आसानी से overclocked किया जा सकता है, इसका अर्थ है की additional clock speed को force किया जा सकता है और जरुरत के समय पर उसे utilize किया जा सकता है.
Hyper-Threading, जैसे की मैंने पहले ही इसके विषय में बता चूका हूँ, ये enable करता है दो threads को एक साथ process करने के लिए each CPU core में. इसका मतलब है की i3 processors जिसमें Hyper-Threading support करता है उसमें चार simultaneous threads को (क्यूंकि वो dual-core processors होते हैं) एक साथ process किया जा सकता है.
वहीँ Intel Core i5 processors Hyper-Threading को support नहीं करता है, इसका मतलब है की वो भी four threads के साथ एक ही समय में कार्य कर सकते हैं. वहीँ i7 processors लेकिन इस technology को support करते हैं (क्यूंकि ये quad-core है) इसलिए ये एक समय में 8 threads को process कर सकते हैं.
क्यूंकि बहुत से device में power constraints के होने से जिसमें continuous supply of power नहीं होता है वहां पर सभी processors चाहे वो i3, i5, या i7 हो उन्हें अपने performance और power consumption को balance करना होता है.
सीपीयू से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
CPU में एक से ज्यादा Processing Cores भी हो सकते है । अगर कोई सीपीयू एक समय मे एक ही Set of instructions को प्रोसेस कर सकता है तो इसे Single-Core Processor कहा जाता है ।
जो CPU दो प्रोसेसिंग कोर के साथ आते है उन्हें Dual-core CPU कहा जाता है और चार कोर वाले सीपीयू को Quad-Core CPU कहा जाता है । इससे ज्यादा कोर वाले CPU भी होते है, जो ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस के लिए उपयोग किए जाते है ।
कंप्यूटर या डिवाइस का CPU या Processor जितना तेज होता है, उतने ही ज्यादा आसानी और तेजी से कंप्यूटर पर कोई प्रोग्राम भी चल पाते है ।
Processor, Microprocessor या सेंट्रल प्रोसेसर भी सीपीयू ही होते है ।
- सबसे पहले 1823 में बैरन जोंस जैकब ने Processors को बनाने के लिए आवश्यक मूल घटक सिलिकॉन (Silicon), की खोज की थी |
- इसके बाद 1903 में, निकोला टेस्ला द्वारा इलेक्ट्रिकल लॉजिक सर्किट्स (गेट्स या स्विच) का पेटेंट कराया गया था |
- फिर 1947 में बेल प्रयोगशालाओं में जॉन बार्डन, वाॅल्टर ब्रेटन और विलियम शॉक्ले ने प्रथम ट्रांजिस्टर का आविष्कार किया था |
- 1958 में, रॉबर्ट नॉयस और जैक किल्बी ने पहला Integrated Circuit विकसित करने का कारनामा कर दिखाया था|
- इसके बाद 15 नवंबर 1971 में Intel ने पहला माइक्रोप्रोसेसर Intel 4004 पेश कर दिया था ।
- फिर मार्च 1991 में AMD ने AM386 माइक्रोप्रोसेसर्स के Series की शुरुआत कर दी थी |
- 22 मार्च 1993 को Intel ने पेंटियम 60 MHz का प्रोसेसर जारी किया, जिसमें लगभग1 मिलियन ट्रांजिस्टर्स मौजूद थे|
- इसके बाद 4 जनवरी 2000 को Intel ने सेलेरॉन 553 MHz Bus प्रोसेसर की शुरुआत की |
- 22 अप्रैल 2006 को Intel ने Core 2 Duo E6320 प्रोसेसर जारी कर दिया |
- नवंबर 2008 में Intel ने पहला Core i7 डेस्कटॉप प्रोसेसर जारी किया था |
- फिर जनवरी 2010 में इंटेल ने पहला Core i5 मोबाइल प्रोसेसर (i5-430M और i5-520E) जारी किया था |
और पड़े
Conclusion
प्यारे दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा कि cpu क्या है अथवा cpu component , cpu full form आदि । अगर आपको कोई भी कठिनाई आए तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आप का कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है आगे भी इसी तरह से आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से और चीजों के बारे में जानकारी प्रदान करता रहूँगा।
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