आईआईटी या IIT के बारे मे सभी स्कूल मे पढ़ने वाले और उनके माता पिता जो अपने बच्चो को iit मे पढ़ना चाहते है उन सब लोगो ने इसके बारे मे सुना ही होगा और आपके मन मे इसको लेकर के बहुत सारे सवाल होगे जैसे – iit full form , iit full form in hindi , आईआईटी फुल्ल फॉर्म ,iit ka full form in hindi तो आज हम अपनी इस पोस्ट मे आपके इन सब सवालो का जवाब देने वाले है । तो हमारी इस पोस्ट को पूरा पड़े ।
IIT full form :
I | The Indian |
I | Institutes |
T | Technology |
The term ‘IIT‘ stands for the Indian Institute Of Technology (IITs) ॰
IIT full form in Hindi :
I | (भारतीय) Indian |
I | (प्रौद्योगिकी) Institutes |
T | (संस्थान) Technology |
IIT आईआईटी का फुल्ल फॉर्म – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान होता है ।
IIT इतिहास :
दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद और भारत को स्वतंत्रता मिलने से पहले वायसराय की कार्यकारी परिषद के सर अर्देशिर दलाल ने ये सोचा था की भारत की भविष्य की समृद्धि प्रौद्योगिकी पर निर्भर करेगी। इसीलिए उन्होने येसे सरकारी संस्थानों के बारे मे सोचा जो देश को प्रशिक्षित करेंगे। इसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की पहली अवधारणा माना जाता है।
डॉ. हुमायूं कबीर ने आईआईटी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सर अर्देशिर के आईआईटी के प्रस्ताव पर काम किया। । सरकार समिति ने 1945 में सिफारिश की थी कि देश के पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में प्रसिद्ध मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यू.एस.ए. की तर्ज पर कम से कम चार उच्च तकनीकी संस्थान स्थापित किए जाएं।
स्वतंत्रता के बाद, यह पंडित जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षित तकनीकी कर्मियों को प्रदान करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की स्थापना का बीड़ा उठाया, कि उन्होंने कल्पना की थी कि आईआईटी प्रणाली समय के साथ उच्चतम क्षमता के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों को प्रदान करेगी जो अनुसंधान, डिजाइन और विकास में संलग्न होंगे ताकि राष्ट्र को उसकी तकनीकी जरूरतों में आत्मनिर्भरता की दिशा में मदद मिल सके।
भारत का पहला IIT :
मई 1950 में, श्रृंखला में पहला हिजली डिटेंशन कैंप की साइट पर खड़गपुर में स्थापित किया गया था, जहां अंग्रेजों ने राजनीतिक कैदियों को कैद किया था; 18 अगस्त, 1951 को औपचारिक उद्घाटन से पहले संस्थान का नाम “भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान” रखा गया था।
पहले IIT के लॉन्च के एक दशक के भीतर, चार और स्थापित किए गए:
- IIT बॉम्बे (1958),
- IIT मद्रास (1959),
- आईआईटी कानपुर (1959),
- आईआईटी दिल्ली (1961)
IIT collage list :
S.No. | Name of the Organisation |
1 | Indian Institute of Technology (IIT), Gandhi Nagar |
2 | Indian Institute of Technology (IIT), Gandhi Nagar |
3 | Indian Institute of Technology (IIT), Madras |
4 | Indian Institute of Technology (IIT), Guwahati |
5 | Indian Institute of Technology (IIT), Indore |
6 | Indian Institute of Technology (IIT), Kanpur |
7 | Indian Institute of Technology (IIT), Jodhpur |
8 | Indian Institute of Technology (IIT), Kharagpur |
9 | Indian Institute of Technology (IIT), Hyderabad |
10 | Indian Institute of Technology (IIT), Mumbai |
11 | Indian Institute of Technology (IIT), Patna |
12 | Indian Institute of Technology (IIT), Delhi |
13 | Indian Institute of Technology (IIT), Ropar |
14 | Indian Institute of Technology (IIT), Mandi |
15 | Indian Institute of Technology (IIT), Roorkee |
16 | Indian Institute of Technology (Banaras Hindu University), Varanasi |
17 | Indian Institute of Technology (IIT), Jammu |
18 | Indian Institute of Technology (IIT), Palakkad |
19 | Indian Institute of Technology (IIT), Tirupati |
20 | Indian Institute of Technology (IIT), Goa |
21 | Indian Institute of Technology (IIT), Bhilai |
22 | Indian Institute of Technology (IIT) Dharwad |
23 | Indian Institute of Technology (Indian School of Mines), Dhanbad |
IIT क्या है? :
IIT भारत सरकार द्वारा स्थापित टेक्नोलॉजी एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स का समूह है जो स्टूडेंट्स को हाई क्वालिटी शिक्षा प्रदान करता है।
IIT की फुल फॉर्म Indian Institute of Technology है। हिंदी में इसे ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ कहते है।
IIT जिसमे पड़ने का सपना हर एक स्टूडेंट का होता है क्योकि iit एक येसी प्रतिष्ठित संस्थानों मे से एक है जिसे भारत ही नही दुनिया मे भी जाना जाता है और दुनिया के दूसरे देशो से भी स्टूडेंट यहा पड़ने आते है ।
यहा से पढ़ने वाले स्टूडेंट बहुत हि काबिल और उच्च उच्च स्तरीय वैज्ञानिक, रिसर्चर, टेक्नोलॉजिस्ट और इंजीनियर निकलते है।
भारत मे कोई भी स्टूडेंट अगर इंजीनियरिंग करना चाहता है तो उसका सपना होता है की वो iit से इंजीनियरिंग करे और इन संस्थानों से लाखों कुशल और काबिल इंजीनियर बनकर निकलते है जो गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों और दुनिया मे दूसरी कंपनी में जॉब करते है।
सभी IIT इंस्टिट्यूट एक ऑटोनोमस संस्थान है यानि इनके सारे कोर्स और नियम कायदे खुद IIT संस्थान के द्वारा ही बनाये जाते है। इसमे सरकार का किसी भी प्रकार से कोई हस्तक्षेप नही होता है ।
IIT करने के लिए योग्यता :
उम्मीदवारों को 12 वी मे सब्जेक्ट subject मे maths , physics , chemistry होना चाहिए । उम्मीदवार की 12 वी मे कम से कम 75 % होना चाहिए । SC, ST के लिए % में छूट का भी प्रावधान है। वर्तमान परिस्थितियों के चलते JEE-Advanced क्लियर करने वाले स्टूडेंट को सभी स्टूडेंट्स को आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। 12th में minimum marks की कोई requirement नहीं है।
IIT मे प्रवेश :
उम्मीदवारों को कम से कम 75 प्रतिशत के साथ अपनी पीसीएम बोर्ड परीक्षा प्रमुख विषयों के रूप में उत्तीर्ण करनी चाहिए। फिर एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) जेईई (JEE )परीक्षा (जेईई मेन और जेईई एडवांस) की परीक्षा आयोजित करती है। ताकि जिनको iit या nit मे प्रवेश लेना है वो इस परीक्षा के मधायम से ले सके ।
स्टूडेंट को jee की परीक्षा देना होता है जिसमे दो भाग होते है पहला jee mains और दूसरा jee advance । Iit मे प्रवेश के लिए आपको इन दोनों परीक्षा को पास करना होता है । jee maine के बाद iit द्वारा jee advance की परीक्षा ली जाती है ।
अगर आप jee advance मे अच्छे number या आपकी अच्छी रैंक आती है तो आपको आपकी योगयता के आधार पर कुछ फोरम भरना होता है । जिसके कुछ दिनो के बाद स्टूडेंट की काउंसलिंग शुरू होती है जो की उपलब्ध सीटो और रैंक के आधार पर collage मे admission दिया जाता है । अगर आप jee के बारे मे detail मे पढ़ना चाहते हो तो हमारी jee वाली पोस्ट को पड़े ।
IIT की तैयारी कब शुरू करें :
अगर आपको iit से अपनी आगे की पढ़ाई करना है तो इसके लिए आपको तैयारी 10वी या 10वी के बाद यानि की 11 वी class से करना चाहिए । और आपको pcm subject लेकर के इसकी तैयारी करनी पड़ेगी । आप चाहे तो किसी अच्छे से coching institute से भी IIT की तैयारी कर सकते है । और साथ साथ आप अपनी 11वी और 12वी की पढ़ाई भी कर सकते है ।
IIT (आईआईटी) course :
Branch | Duration |
Aerospace Engineering | 4 years |
Aeronautical Engineering | 4 years |
Automobile Engineering | 4 years |
Chemical Engineering | 4 years |
Civil Engineering | 4 years |
Computer Science Engineering | 4 years |
Electrical Engineering | 4 years |
Electronics and Communication Engineering | 4 years |
Industrial Engineering | 4 years |
Marine Engineering | 4 years |
Mechanical Engineering: | 4 years |
Petroleum Engineering | 4 years |
IIT का महत्व :
Iit देश और दुनिया की एक प्रौद्योगिकी सरकारी संस्था है । जो दुनिया मे अपनी पढ़ाई और रिसर्च और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट के लिए जानी जाती है । iit ने देश और दुनिया को बहुत सारे काबिल लोग दिये है । जो आज देश और विदेश की बड़ी बड़ी कंपनी और पदो पर काम कर रहे है ।
Iit fees आईआईटी की फीस कितनी है :
जनरल कैटेगरी में आने वाले IIT स्टूडेंट्स Iit मे fees पहले 90000 रूपाय तक थी जिसको बाद मे बड़ा कर 2 लाख तक कर दिया गया है । दूसरी तरफ, SC / ST / OBC और फिजिकली डिसेबल स्टूडेंट्स के लिए 100% फीस माफ होगी।
- ऐसे स्टूडेंट्स जिनके परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपए से कम है, उनकी फीस 66% तक माफ रहेगी।
- IIT में SC के लिए 15%, ST के लिए 7.5% और OBC के लिए 27% आरक्षण लागू है।
IIT Exam Pattern :
JEE Mains Exam Pattern | For B.Tech / B.E. | For B.Arch |
विषय | Physics, Chemistry& Maths | Maths, Aptitude Test& Drawing Test |
प्रश्नों की संख्या | 75 (25 प्रश्न प्रत्येक विषय से) | 77 |
समय | 3 घंटे | 3 घंटे |
अधिकतम मार्क्स | 300 | 400 |
परीक्षा का मोड | कंप्यूटर | कंप्यूटर, पेन पेपर (drawing के लिए) |
NIT क्या है | What is NIT in Hindi !!
NIT का फुल फॉर्म “नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी” है जिसे हिंदी में “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान” नाम से जाना जाता है. जिसे पहले क्षेत्रीय या राजीय इंजिनीयरिंग कालेज (आर ई सी) के नाम से जाना जाता था. जिन्हे 2002 में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विकसित करते हुए इनका नाम “नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी” अर्थात “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान” कर दिया गया.
यदि हम बात शिक्षा की करें तो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के बाद इसे शिक्षा के उच्च संस्थानों में दूसरा दर्जा दिया गया है. आज के समय में NIT की संख्या 30 से अधिक है और इसे सर्वप्रथम 1951 में स्थापित किया गया था जो उस समय ये क्षेत्रीय इंजिनीयरिंग कालेज (आर ई सी) के रूप में जाने जाते था. वर्तमान में इनकी संख्या बढ़ के 31 हो चुकी है और ये विद्यार्थियों की दूसरी पसंद है IIT के बाद.
IIT Jam क्या है:
IIT Jam की फुल फॉर्म Indian Institute of Technology – Joint Admission Test for MSc है।
इस परीक्षा में भाग लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास बैचलर डिग्री (ग्रेजुएशन) का होना जरूरी है। इसके माध्यम से बीएससी जैसे कोर्स किये हुए स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास एजुकेशन के लिए आईआईटी संस्थानों में एडमिशन मिलता है। IIT Jam मास्टर्स की डिग्री जैसे MTech हासिल करने के लिए किया जाता है।
IIT और NIT में अंतर :
- IITका पूरा नाम “इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी” है और NIT का पूरा नाम “नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी” है.
- IIT की संख्या २३ हैं वहीं नित(NIT) की संख्या ३१ है. इसलिए नित में पढ़ाई करने के मौके अधिक होते हैं IIT की अपेक्षा
- एजुकेशन और प्लेसमेंट लेवल में दोनों को बराबर माना जा सकता है लेकिन IIT को better consider किया जाता है।
- दोनों में इंजीनियरिंग के लिए दो अलग अलग एंट्रेंस होते हैं होते हैं NIT के लिए AIEEE और IIT के लिए IIT JEE का जिसमे IIT जी को दो भागों में बाट दिया गया है IIT Mains और JEE Advanced Exam में.
- आईआईटी में एडमिशन के लिए Jee mains & Advanced दोनों को क्रैक करना पड़ता है जबकि NIT में सिर्फ JEE Mains से जा सकते है।
- जो लोग IIT Mains को क्लियर कर लेते हैं उन्हें NIT में एडमिशन मिल सकता है लेकिन IIT के लिए IIT Mains और JEE Advanced Exam दोनों क्लियर होने चाहिए.
- जो लोग पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं IIT और NIT से उन्हें About IIT JAM की परीक्षा क्लियर करनी होती है यहां पे पोस्ट ग्रेजुएशन से तातपर्य एमएससी से है.
- IIT के सरे कोर्स NIT से ज्यादा बेहतर होते हैं और अच्छे है ।
निष्कर्ष
प्यारे दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा iit full form in hindi । अगर आपको कोई भी कठिनाई आए तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आप का कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है आगे भी इसी तरह से आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से और चीजों के बारे में जानकारी प्रदान करता रहूँगा।