आपने भी oncg के बारे मे सुना ही होगा समाचार या टीवी मे । और आपके मन मे इससे जुड़े बहुत सारे सवाल आते होगे जैसे – ONGC full form ,ONGC Full Form in Hindi, ONGC का Full Form क्या है, ओएनजीसी क्या है, ONGC का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है,ओएनजीसी के चेयरमैन ,कच्चा तेल क्या है ,ओएनजीसी स्थापना ,तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग का मुख्यालय कहाँ है ,पेट्रोलियम क्या है ,ऐसे सभी सवालो के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे. हमने आपको अपनी पिछली पोस्ट मे llb full form के बारे मे बताया था ।
ONGC Full Form
ONGC Full Form | Oil and Natural Gas Corporation |
ONGC Full Form in hindi | तेल और प्राकृतिक गैस निगम |
ongc foundation day (ओएनजीसी की स्थापना) | 14 अगस्त 1956 |
ongc chairman name (ओएनजीसी के चेयरमैन) | सुभाष कुमार अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक |
ONGC headquarter (ओएनजीसी मुख्यालय) | Deendayal Urja Bhawan, Vasant Kunj, New Delhi |
ONGC Website | www.ongcindia.com |
ONGC की फुल फॉर्म Oil and Natural Gas Corporation होती है. इसको हिंदी में तेल और प्राकृतिक गैस निगम कहते है. ओएनजीसी एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो भारत में तेल और प्राकृतिक गैस के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. इसका मुख्यालय दिल्ली भारत में स्थित है.
ओएनजीसी एक सार्वजनिक क्षेत्र की एक सरकारी कंपनी है जो पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन आती है. यह भारत में निकालने वाले कुल कच्चे तेल का लगभग 70% और भारत में उत्पादित कुल प्राकृतिक गैस का लगभग 60% उत्पादन करता है.
ONGC का भारतीय घरेलू निर्माण में लगभग 70 प्रतिशत का योगदान है, Crude Oil, IOC, BPCL, और HPCL जैसी Downstream Companies द्वारा Use किया जाने वाला कच्चा माल है, जो Petrol, Diesel, Kerosene और Cooking Gas LPG जैसे Petroleum products का निर्माण करता है.
ONGC आज के समय में सबसे बड़ी Natural Gas Company है यह Global ऊर्जा की बड़ी Companies Platte में 11 वें स्थान पर है. यह Fortune की Most Admired Energy Companies की सूची में शामिल होने वाली एकमात्र भारतीय सरकारी कंपनी है. ONGC और Oil और Gas Operations में 18 वें और Forbes की लिस्ट 2020 में 377 वें स्थान पर है.
ओएनजीसी की स्थापना |
ongc ki sthapna kab hui thi
ओएनजीसी की स्थापना 14 अगस्त 1956 को भारत सरकार द्वारा की गई थी। यह भारत के 26 नदी की तलछटी घाटियों में हाइड्रोकार्बन की खोज और दोहन या निकालने के कम मे शामिल है, और देश में 11,000 किलोमीटर से अधिक पाइपलाइनों ongc के अधीन आती है और इसका संचालन करता है। इसकी अंतर्राष्ट्रीय सहायक ओएनजीसी विदेश में वर्तमान में 17 देशों में परियोजनाएं हैं।
ओएनजीसी ने पिछले 50 वर्षों में भारत मे बहुत सारे बेसिन की खोज की है जिसमे लगभग 7 में से 6 व्यावसायिक रूप से उत्पादक बेसिन की खोज की है, जिसमें भारतीय बेसिनों में 7.15 बिलियन टन इन-प्लेस ऑयल और गैस मात्रा हाइड्रोकार्बन की मात्रा को जोड़ा गया है।
ongc भारत की और विश्व की कुछ सबसे बड़ी कंपनी मे से एक है ।
ONGC का इतिहास
सन 1948 में भारत को आजादी मिलने के बाद भारत सरकार ने भारतीय उद्योगो के विकास के लिए तेल और गैस के महत्व को महसूस किया इसलिए हाइड्रोकार्बन उद्योग विकसित करने की योजना बनाई. सन 1955 में प्राकृतिक संसाधन और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्रालय के अधीन देश में तेल और प्राकृतिक गैस संसाधनो को विकसित करने के लिए एक तेल और प्राकृतिक गैस निदेशालय की स्थापना की ।
सन 1956 में भारतीय संसद ने औद्योगिक नीति को अपनाया और अनुसूची ‘ए’ उद्योगों के बीच तेल और गैस उद्योग को सूचीबद्ध किया गया. तेल और प्राकृतिक गैस निदेशालय को तेल और प्राकृतिक गैस आयोग में भी अपग्रेड किया गया था.
ओएनजीसी को फरवरी सन 1994 में कंपनी के अधिनियम 1956 के तहत एक सीमित कंपनी के रूप में फिर से संगठित किया गया था. यह एक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम बन गया और इसका नाम तेल और प्राकृतिक गैस निगम ओएनजीसी में बदल दिया गया. और इस तरह ongc की स्थापना की गयी ।
तेल उद्योग के डिवीज़न
Division of Oil Industry
तेल उद्योग को 3 क्षेत्रों में विभाजित किया गया है: अपस्ट्रीम, मिडस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम
अपस्ट्रीम: ईएंडपी वहाँ है, बेसिन की खोज और कच्चे तेल की निकासी। इसमें मुख्य रूप से हमारे पास ONGC और OIL है। ONGC द्वारा भारत में लगभग 75-80% क्रूड निकाला जाता है।
मिडस्ट्रीम: क्रूड के परिवहन के लिए रिफाइनरियों को संसाधित करने और उन उत्पादों को बनाने के लिए जो अंततः उपयोग किए जाते हैं। जैसे – पेट्रोल , केरोसिन , डिसल ,ग्रीस आदि ।
डाउनस्ट्रीम: इसमे IOC, BPC, HPC मुख्य रूप से PSU हैं। देश में कुल 23 रिफाइनरी हैं। IOC के पास सबसे बड़ी संख्या है। 11 रिफाइनरी (9 आईओसी अकेले, सीपीसीएल के साथ 2 जेवी)। निजी खिलाड़ियों की 3 रिफाइनरी (2 रिलायंस, 1 एस्सार ऑयल की), 2 ओएनजीसी की।
ONGC Products
ONGC के कुछ खास प्रोडक्ट के नाम इस प्रकार है – जो ongc के द्वारा बनाया जाते है जिनके बारे मे list नीचे है
Ethane |
Crude Oil |
Natural Gas |
Superior Kerosene Oil |
Aromatic Rich Naptha |
Liquefied Petroleum Gas |
High-Speed Diesel |
Motor Spirit |
और पड़े
FAQ
प्राकृतिक तेल क्या है
शिलारस (पेट्रोलियम) या कच्चा तेल एक अत्यधिक उपयोगी पदार्थ हैं, जिसका उपयोग दैनिक जीवन में बहुत अधिक होता हैं। प्राकृतिक तेल वास्तव में बहुत सारे तत्वो का मिश्रण होता है। जिसका निर्माण भी कोयले की तरह वनस्पतियों के पृथ्वी के नीचे दबने तथा समय के साथ साथ उनके ऊपर उच्च दाब तथा ताप ,गर्मी के प्रभाव के कारण होता है । प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले शिलारस या तेल को अपरिष्कृत तेल (Crude Oil) या कच्चा तेल बोला जाता हैं जो काले रंग का गाढ़ा द्रव होता है। जिसके रिफाइन करने पर हमे विभिन प्रकार के उत्पाद मिलते है जैसे – केरोसिन, पेट्रोल, डीज़ल, प्राकृतिक गैस, वेसलीन,तारकोल ल्यूब्रिकेंट तेल इत्यादि प्राप्त होते हैं।
दरअसल जब तेल के भंडार पृथ्वी पर कहीं ढूंढे जाते हैं, तब यह गाढ़े काले रंग का होता है। जिसे क्रूड ऑयल या कच्चा तेल कहा जाता है और इसमें विभिन्न तत्वो की अधिकता होती है। जिनसे हमे ठोस जैसे कि मोम या टार नामक उत्पाद के साथ साथ विभिन्न प्रकार के तेल उत्पाद भी मिलते है ।
कच्चा तेल क्या है
ज़मीन से सीधा निकलने वाला पेट्रोलियम कच्चा तेल कहलाता है जिसमे हम क्रूड ऑइल भी कहते है । यहा एक काले रंग का द्रव होता है जिसे रीपाइन करके बहुत सारे अनय उत्पाद बनाए जाते है ।
डीजल कहां से आता है
डीज़ल एक प्रकार का उदप्रांगार ईंधन है जो पेट्रोलियम को कई चरणों में ठंडा करने से एक चरण (200 -350 C) में बनता है। इसका उपयोग वाहनों, मशीनों, संयत्रों आदि को चलाने के लिए ईंधन के रूप मे किया जाता है।
सबसे महंगा पेट्रोल कौन से देश में है?
दुनिया में सबसे महंगा पेट्रोल हॉन्ग कॉन्ग में है। हॉन्ग कॉन्ग में 25 अक्तूबर को पेट्रोल की कीमत 2.64 डॉलर यानी 197.44 रुपये प्रति लीटर थी।
भारत में डीजल पेट्रोल कहाँ से आता है?
भारत रूस, अमेरिका, नाइजीरिया और ब्राज़ील से भी तेल ख़रीदता है
पेट्रोलियम के उपयोग क्या है
इसका उपयोग वाहनों, मशीनों, संयत्रों आदि को चलाने के लिए ईंधन के रूप मे किया जाता है।
पेट्रोलियम क्या है
प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले शिलारस या तेल को अपरिष्कृत तेल (Crude Oil) या कच्चा तेल बोला जाता हैं जो काले रंग का गाढ़ा द्रव होता है। जिसके रिफाइन करने पर हमे विभिन प्रकार के उत्पाद मिलते है जैसे – केरोसिन, पेट्रोल, डीज़ल, प्राकृतिक गैस, वेसलीन,तारकोल ल्यूब्रिकेंट तेल इत्यादि प्राप्त होते
Conclusion
प्यारे दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा कि ongc क्या है अगर आपको कोई भी कठिनाई आए तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आप का कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है आगे भी इसी तरह से आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से और चीजों के बारे में जानकारी प्रदान करता रहूँगा।