कंप्यूटर जिसके बारे मे हम सब लोग जानते है । क्योकि आज के वर्तमान समय मे सभी ऑनलाइन काम कम्प्युटर के द्वारा किए जाते है । कम्प्युटर को चलाने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है ।
कम्प्युटर सॉफ़्टवेयर में ऑपरेटिंग सिस्टम और उसके साथ साथ काम करने वाले एप्लिकेशन प्रोग्राम शामिल हैं, जैसे कि Microsoft windows , Linux, Dos ,और इसके साथ कुछ application भी आते है ।
जबकि कम्प्युटर हार्डवेयर मे उसके बाहरी उपकरण शामिल हैं। जैसे की – keyboard, printer, speaker आदि है । इन सब मे सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला उपकरण प्रिंटर है ।
printer kya hai
प्रिंटर क्या है, प्रिंटर के प्रकार
प्रिंटर एक ऑनलाइन आउटपुट डिवाइस (Online Output Device) है जो कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को कागज पर छापता है कागज पर आउटपुट (Output) की यह प्रतिलिपि हार्ड कॉपी (Hard Copy) कहलाती है कंप्यूटर से जानकारी का आउटपुट (Output) बहुत तेजी से मिलता है
Printer क्या है? (What is Printer in Hindi) – Printer एक Computer Hardware Device है। जिसका उपयोग Computer में संग्रहित सूचना को पेपर पर छापने के लिए किया जाता है। यह Computer में संग्रहित किसी भी Photo, Text और Documents आदि को Print कर सकता है।
printer को Computer के साथ आपस में कनेक्ट करने के लिए केबल का प्रयोग होता है। लेकिन आज के आधुनिक Printer में Bluetooth और Wi-Fi जैसे तकनीकी विकल्प भी आ गये है।
प्रिंटर की परिभाषा | Definition of Printer in Hindi
Definition of ’Printer’ According to Collins Dictionary: ” A printer is a machine that can be connected to a computer in order to make copies on paper of documents or other information held by the computer.”
प्रिंटर की परिभाषा हिंदी में अनुबाद कॉलिंस डिक्शनरी के अनुसार : “प्रिंटर एक ऐसी मशीन है जिसे कंप्यूटरसे दस्तावेजों या अन्य सूचनाओं के कागज पर कॉपी बनाने के लिए कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है।” Printer in Hindi
वह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जो कंप्यूटर के सॉफ्ट कॉपी को हार्ड कॉपी में बदलने का कार्य करता है, प्रिंटर कहलाता है। प्रिंटर कंप्यूटर से जुड़कर उससे प्राप्त जानकारी को कागज पर छापता है। कागज पर आउटपुट की इस प्रति को हार्ड कॉपी कहा जाता है। यह कंप्यूटर का आउटपुट डिवाइस है।
Types of Printer in Hindi, प्रिंटर को आकार, गति, कार्य, रिज़ॉल्यूशन, लागत और अन्य विशेषताओं के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है। printer को भी उनके काम के अनुसार दो भागो मे बांटा गया है कि Printer कितने प्रकार निम्न है –
Impact Printer
Non-Impact Printer
Printer के आकार, गुणवत्ता, स्पीड और बनावट के आधार पर भी इसे वर्गीकृत कर सकते हैं। लेकिन Printer का वर्गीकरण मोटे तौर पर दो ही हैं। चलिए दोनो को विस्तार से जानते हैं।
types of printer in hindi
Impact Printer
Non- Impact Printer
1
Daisy Wheel Printers
Inkjet printers
2
Dot-Matrix printer
Laser Printer
3
Line Printer
Thermal Printer
4
Drum printer
LCD and LED Printer
5
Chain printers
Plotters
6
Multifunctional Printers
7
Barcode printer
8
3D printer
impact printer in hindi
Impact Printer वे प्रिंटर होते हैं जो अपना Impact (प्रभाव) छोड़ते हैं जैसे टाइपराइटर प्रिंटिंग (Printing) की यह विधि टाइपराइटर (Typewriter) की विधि के समान होती है ये फिजिकली प्रिंट हेड को इंक रिबन पर प्रेस कर टेक्स्ट या इमेजेज बनाते हैं। अन्य प्रकार के प्रिंटर की तुलना में काफी शोर करते हैं। जैसे की –
Daisy Wheel Printer से Printing के लिए Plastic या metal के पहिये का उपयोग किया जाता है। यह पहिया दिखने में गुलबहार फुल (Daisy Flower) जैसा होता है। इसीलिए इस Printer को Daisy Wheel Printer कहा जाता है। Printer में एक मोटर भी लगा होता है।
जिसक काम पहिये को तीव्र गति से घुमाने का कार्य करता है। जब सभी अक्षर पेपर के सही स्थिति पर आती है। तब Hammer या Print Head के द्वारा प्रहार होता है। जिसके परिणाम से अक्षर पेपर पर छाप छोड़ देता है।
डेज़ी व्हील प्रिंटर केवल कैरेक्टर और सिम्बल को प्रिंट करते हैं और वे ग्राफिक्स प्रिंट नहीं कर सकते। वे प्रति सेकंड लगभग 10 से 75 कैरेक्टर की प्रिंटिंग स्पीड के साथ आम तौर पर स्लो होते हैं।
1980 तक डेज़ी व्हील प्रिंटर क्वालिटी प्रिंटिंग के लिए प्रमुख प्रिंटर थे, लेकिन लेजर और इंकजेट प्रिंटर की कीमतों में गिरावट आई और डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की क्वालिटी में सुधार हुआ है, जिससे डेज़ी व्हील प्रिंटर का उपयोग बंद या बहुत कम हो गया है ।
Advantages:
कम प्रारंभिक खर्च कम लगता है
रनिंग कॉस्ट भी कम लगती है ।
कम मेंटेनेंस कॉस्ट
गर्म और धूल की परिस्थितियों में परफॉर्मेंस करने में सक्षम।
Dot Matrix Printer, Impact Printer का महत्वपूर्ण उदाहरण है। इसमें छोटे-छोटे पिन की पंक्ति होती है। यह पिन Ribbon पर प्रहार करता है। जब ये पिन Ribbon पर प्रहार करता है। तब डॉट्स (Dots) का समूह मैट्रिक (Matrix) के रुप में पेपर पर पड़ता है।
जिसके परिणाम से पेपर पर Printing होती है। यह पेपर पर मुहर लगाने जैसा कार्य करता है। Dot Matrix Printer एक धीमी गति का Printer है। जो एक बार में सिर्फ एक Character को Print कर सकता है। ये प्रिंटर आम तौर मे स्लो होते हैं और साथ में प्रिंटींग के समय शोर करते हैं, और आउटपुट क्वालिटी बाकी सभी टाइप कि तुलना में सबसे कम होती है।
आम तौर पर प्रिंटिंग की क्वालिटी के अनुसार प्रति सेकेंड 50 से 500 कैरेक्टर की स्पीड से प्रिंट किया जाता है। प्रिंट की क्वालिटी इस्तेमाल किए गए पिनों की संख्या (9 से 24 तक)पर निर्भर होती है। 24 पिन डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर अधिक डॉट्स उत्पन्न करता है जिसके परिणामस्वरूप 9 पिन डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर के मुकाबले बेहतर क्वालिटी और स्पष्ट कैरेक्टर होते हैं।
Advantages:
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर वास्तव में कम महंगे हैं। चूंकि वे इतने सस्ते हैं कि उनको खरीदना और उपयोग करना आसान है।
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर मेंटेनेंस की लागत भी कम है।
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की प्रिंटींग की लागत भी कम है।
Disadvantages:
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर के प्रिंट कि क्वालिटी बहुत कम है।
प्रिंटींग करते समय डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर बहुत शोर करते है।
पेपर जाम हैंडलिंग का काम बहुत कठिन है।
अन्य इंक जेट प्रिंटर और लेजर प्रिंटर की तुलना में डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की स्पीड कम होती है।
पिन के मोड़ के कारण प्रिंट हेड क्षतिग्रस्त होने की संभावना होती है।
3) Line Printer in Hindi:
line printer ka udaharan hai – लाइन प्रिंटर ऐसा हाई स्पीड इम्पैक्ट प्रिंटर है, जो पहले टेक्स्ट की एक पूरी लाइन को प्रिंट करता है, फिर वो दूसरी लाइन पर आगे बढ़ता है। लाइन प्रिंटर प्रति मिनट 300 से 3000 लाइन प्रिंट करने क्ष्यमता होती है। यह बहोत तेजी से प्रिंट करते है। बड़े संगठन लाइन प्रिंटर का उपयोग करते है, जहाँ बहोत से प्रिंट सस्ता में और कम समय में निकालन होता है।
हाई स्पीड लाइन प्रिंटर 1000-2000 लाइन प्रति मिनट प्रिंट करते हैं और इसलिए बड़ी संख्या में एड्रेस लेबल, पेरोल चेक, स्टेटमेंट या बिल प्रिंट करने के लिए उपयोगी होते हैं।लाइन प्रिंटर को तीन प्रकार में वर्गीकृत किआ गया है :
Drum Printer
Chain Pinter
Band Printer
Advantages:
लाइन प्रिंटर मल्टी-पार्ट फॉर्म को बहुत फास्ट प्रिंट कर सकते हैं।
शोर लेवल को कम करने के लिए लाइन प्रिंटर आम तौर पर एक कैबिनेट में संलग्न होते है।
Disadvantages:
स्टैंडर्ड लाइन प्रिंटर केवल पिन फीड पेपर का उपयोग कर सकते है और वे केवल काले स्याही से प्रिंट कर सकते हैं।
ड्रम प्रिंटर (Drum Printer) में तेज घूमने वाला एक ड्रम (Drum) होता है जिसकी सतह पर अक्षर (Character) उभरे रहते हैं एक बैंड (Band) पर सभी अक्षरों का एक समूह (Set) होता हैं, ऐसे अनेक बैंड सम्पूर्ण ड्रम पर होते हैं
जिससे कागज पर लाइन की प्रत्येक स्थिति में कैरेक्टर छापे जा सकते हैं ड्रम तेजी से घूमता हैं और एक घूर्णन (Rotation) में एक लाइन छापता है एक तेज गति का हैमर (Hammer) प्रत्येक बैंड के उचित कैरेक्टर पर कागज के विरुद्ध टकराता हैं और एक घूर्णन पूरा होने पर एक लाइन छप जाती हैं
प्रत्येक लाइन को प्रिंट करने के लिए ड्रम के एक चक्कर की आवश्यकता होती है। इसका मतलब है कि लाइन के सभी कैरेक्टर एक ही समय में प्रिंट नहीं होते, लेकिन पूरी लाइन को प्रिंट करने के लिए लगने वाला समय उन्हें लाइन प्रिंटर कहने के लिए पर्याप्त तेज़ है।
5) Chain printer in Hindi:
इस Printer में तीव्र गति से घुमने वाली चेन लगा रहता है। इसलिए इसे चैन प्रिंटर कहा जाता है। एक चेन प्रिंटर इम्पैक्ट लाइन प्रिंटर है, चेन प्रिंटर में प्रिंट एलिमेंट एक मेटल बैंड या चेन होता है जिसमें उभरा हुआ अक्षर होता है, जो कागज के सामने हॉरिजॉन्टल रूप से घूमता है।
एक पूरी चेन में पाँच सेक्शन होते हैं, प्रत्येक सेक्शन में 48 करैक्टर होते हैं। जैसे-जैसे प्रिंट चेन घूमती है, समयबद्ध प्रिंट हेड उचित करैक्टर पर स्याही-रिबन के साथ कागज पर प्रहार करते हैं।
चेन प्रिंटर सबसे तेज़ इम्पैक्ट प्रिंटरों में से एक है, जो प्रति मिनट 300 से 3000 लाइन तक प्रिंट कर सकता है। यह प्रिंटर भी शोर करता है, क्योंकि वे हैमरिंग एक्शन द्वारा करैक्टर को प्रिंट करते हैं।
6) band printer in hindi
Band Printer बैंड प्रिंटर को बेल्ट प्रिंटर भी माना जाता है, यह एक प्रकार का इम्पैक्ट लाइन प्रिंटर है जिसमें फॉन्ट, अक्षर और समय के निशान स्टील बैंड पर उकेरे जाते हैं। बैंड में उभरा हुआ करैक्टर का एक निश्चित सेट होता है जिसे केवल बैंड को बदलकर बदला जा सकता है।
आउटपुट के दौरान, बैंड कागज के पिछले हिस्से में हॉरिजॉन्टल रूप से घूमता है, और एक हैमर उपयुक्त करैक्टर के विपरीत बैंड पर प्रहार करता है, इसे एक स्याही वाले रिबन के माध्यम से और कागज पर दबाता है और करैक्टर प्रिंट होजाता है ।
बैंड प्रिंटर प्रति मिनट 300 से 2000 लाइन तक प्रिंट कर सकते हैं। बैंड प्रिंटर कीमत और परफॉर्मेंस के मामले में ड्रम प्रिंटर से बेहतर माने जाते हैं।
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर क्या है? (What is Non-Impact Printer in Hindi)
Non Impact Printer in Hindi, नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर प्रिंटर का एक प्रकार है, वह Printer जिससे Printing के लिए Ink Ribbon पेपर के ऊपर प्रहार नहीं करता है, वह Non-Impact Printer कहलाता है।
इन प्रिंटरों के पास प्रिंट करने के लिए रिबन को हिट या स्ट्राइक नहीं करना होता है। और न ही इन printer के पास इंक वाले रिबन पर प्रिंट हेड्स को हिट करने के लिए कोई हैमर होता नहीं है। इस प्रकार के प्रिंटर प्रिंट करने के लिए किसी भी इंक रिबन का उपयोग नहीं करते हैं।
1) नॉन-इम्पैक्ट वाले प्रिंटर तीन मुख्य श्रेणियों में आते हैं: लेजर प्रिंटर पेपर के एक क्षेत्र में टोनर को आकर्षित करने के लिए लेजर बीम का उपयोग करते हैं।
2) इंक-जेट प्रिंटर जो की तरल स्याही का एक जेट स्प्रे कागज पर स्प्रे करता है ।
3) थर्मल प्रिंटर मोम-आधारित स्याही को स्थानांतरित करते हैं, या विशेष रूप से उपचारित कागज पर एक छवि को सीधे छापने के लिए गर्म पिन का उपयोग करते हैं।यह प्रिंटर अपने कार्य क्ष्यमता, स्पीड, क्वालिटी, संचालन की लागत से निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जाते हैं :
LaserJet Printer
Ink Jet Printer
Multi-Function Laser Printer
Photo Printer
Thermal Printer
3D Printer
Plotter
LED Printer
Barcode Printer
1 ) Laser Printer in Hindi:
Laser Printer Printer का एक प्रमुख प्रकार है। जिसे की Non-Impact Printer के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाता है। यह Printer आजकल सर्वाधिक लोकप्रिय है। क्योंकि यह Printer High Quality Characters और Graphics अपेक्षाकृत तेजी से छापने में सक्षम होता है। इसका उपयोग लगभग 1970 के दशक से होता आ रहा है। इस Printer में Photocopier Technology का उपयोग कर Printing होता है।
लेजर प्रिंटर )Laser Printer) 300 से लेकर 600 DPI (Dot Per Inch) तक या उससे भी अधिक रेजोलुशन की छपाई करता है रंगीन लेजर प्रिंटर उच्च क्वालिटी का रंगीन आउटपुट देता हैं इसमें विशेष टोनर होता है जिसमे विभिन्न रंगों के कण उपलब्ध रहते हैं यह प्रिंटर बहुत महंगे होते है क्योकि इनके छापने की गति उच्च होती हैं तथा यह प्लास्टिक की सीट या अन्य सीट पर आउटपुट (output) को प्रिंट (print) कर सकते है|
लेजर प्रिंटर की स्पीड अधिक होती है और वे अधिक शोर के बिना चुपचाप प्रिंट करते हैं। कई होम-यूज के लेजर प्रिंटर आठ पेजेस प्रति मिनट प्रिंट कर सकते हैं, लेकिन फास्ट प्रिंटर लगभग 21,000 लाइन प्रति मिनट प्रिंट करते हैं, या 437 पेज प्रति मिनट प्रिंट करते हैं यदि प्रत्येक पेज में 48 लाइनें हों।
Advantages:
इंकजेट प्रिंटर से कॉस्ट इफेक्टिव।
प्रॉडक्टिविटी में वृद्धि।
हाई प्रिंट स्पीड।
हाइयर पेपर कैपेसिटी।
अक्सर पेपर ट्रे, फिनिशर इत्यादि के साथ एक्सपेंडेबल ।
Disadvantages:
कम वॉर्म-अप टाइम की आवश्यकता हो सकती है।
हाई वोल्टेज की आवश्यकता।
2) Ink Jet Printer in hindi
यह Non Impact Printer है जिसमे एक Nozzle (नोजल) से कागज पर स्याही की बूंदो की बौछार करके कैरेक्टर व ग्राफिक्स प्रिंट किये जाते है इस प्रिंटर का आउटपुट बहुत स्पष्ट होता हैक्योंकि इसमें अक्षर का निर्माण कई डॉट्स से मिलकर होता हैं रंगीन इंकजेट प्रिंटर में स्याही के चार नोजल होते है नीलम लाल पीला काला इसलिए इसको CMYK प्रिंटर भी कहा जाता हैं तथा ये चारो रंग मिलकर किसी भी रंग को उत्पन्न कर सकते है इसलिए इनका प्रयोग (use) सभी प्रकार के रंगीन प्रिंटर (Colored Printer) में किया जाता है|
इंकजेट प्रिंटर घर और छोटे पैमाने के ऑफिसेस के लिए सबसे लोकप्रिय प्रिंटर हैं क्योंकि उनके पास उचित लागत और प्रिंटिंग की अच्छी क्वालिटी भी है।
इंक-जेट प्रिंटर एक इलेट्रिकल फिल्ड़ के माध्यम से छोटे नॉजल से इंक को स्प्रे करते हैं, जो चार्ज्ड इंक पार्टिकल्स को कैरेक्टर के रूप में अरेंज करता हैं। इनका स्पीड आमतौर पर 250 कैरेक्टर पर सेकंड होता हैं। स्याही कागज में अवशोषित हो जाती है और तुरंत सूख जाती है। स्याही के विभिन्न रंग भी इस्तेमाल किए जा सकते है।
एक इंकजेट प्रिंटर 300 से अधिक dpi के एक रिज्योल्युशन के साथ प्रिंट कर सकते हैं। कुछ अच्छी क्वालिटी के इंकजेट प्रिंटर 600 dpi पर पूर्ण कलर्स की कॉपिज़ प्रोडयुस करने में सक्षम हैं।
मल्टी -फंक्शन प्रिंटर एक प्रकार का बहुउद्देश्यीय प्रिंटर होता है , जिसे आल-इन-वन प्रिंटर भी कहा जाता है। मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर अक्सर प्रिंटिंग, कॉपी, स्कैनिंग और फ़ैक्सिंग कार्य करने में सक्षम होते हैं। यह एक ऑफिस या घरेलू काम को पूरा करने को सरल बनाता है, एक मल्टी-फंक्शन प्रिंटर में इन-बिल्ट स्कैनर, फैक्स, फोटो कापियर जैसे उपकरण प्रिंटर से जुड़े हुए होते है।
ऐसा Printer जिसके जरिए किसी Documents को Print करने के अलावा Scan और Fax करने की सुविधा होती है, Multi Functional Printer कहलाता है। इसे Multi Functional Device भी कहा जाता है। यह एक ऐसा Device होता है। जिसके द्वारा कई Device के कार्य किए जा सकते हैं। इस तरह के Printer में Laser या Inkjet तकनीक का प्रयोग होता है। इसे All in One Printer भी कहते हैं।
4) Photo Printer in hindi :
Photo Printer एक रंगीन प्रिंटर है। जो Lab की Quality Photo Paper पर छापते हैं। इसका उपयोग Documents Print करने के लिए किया जा सकता है। इन Printers के पास अधिक संख्या में नॉजेल होता है। कुछ Photo Printer में Media Card Reader भी होता है।
फोटो प्रिंटर एक तरह का इंकजेट प्रिंटर है, जो हमे फोटो प्रिंट करने देता है। यह अलग अलग साइज के मीडिया पेपर में फोटो प्रिंट करने के लिए फोटो प्रिंटर मार्किट में उपलब्ध है।
इस प्रिंटर को सफेद फोटो पेपर पर प्रिंट करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है, और इसकी इंक हाई क्वालिटी के होते है जो पेपर से छूट ना जाये। यह थोड़े महंगे इंकजेट होते है, लेकिन छोटे फोटो स्टूडियो, घर, ऑफिस में फोटो प्रिंट करने की सुविधा प्रदान करता है।
कुछ मोबाइल फोटोग्राफर इसका उपयोग करके जल्दी से फोटो प्रिंट करके देते है। आजकल फोटो प्रिंटर वायरलेस प्रिंटिंग को भी सपोर्ट करते है, और स्मार्टफ़ोन या कोई भी मोबाइल डिवाइस से प्रिंट करते है।
यह एक ऐसी तकनीक है जिसमे कागज पर wax आधारित रिबन से अक्षर प्रिंट (Print) किये जा सकते है इस प्रिंटर के द्वारा किया गया प्रिंट ज्यादा समय के लिए स्थित नहीं रहता अर्थात कुछ समय बाद प्रिंट किया गया Matter पेपर से मिट जाता हैं सामान्यतः इन प्रिंटरो का प्रयोग ATM मशीन में किया जाता हैं|
ये प्रिंटर आमतौर पर बिजनेस या दुकानों में उपयोग किए जाते हैं। परंपरागत रूप से, यह एक विशेष प्रकार के हिट सेंसिटिव कागज का उपयोग करते है। गर्मी उत्पन्न होती है जो गर्मी संवेदनशील कागज के साथ प्रतिक्रिया करती है और थर्मल प्रिंट हेड की मदद से इमेज को शीट पर ट्रांसफर करते हैं। नई मशीनों में, एक वैक्सी मटेरियल के साथ रिबन प्रिंटर कार्ट्रिज स्टोर किया जाता है।
हिट वैक्सी मटेरियल को पिघला देती है और कागज पर प्रिंट प्राप्त होती है। ये आमतौर पर बहुत महंगे नहीं होते और इनका उपयोग करना आसान होता है।
6) 3D Printer in hindi :
3D प्रिंटर आधुनिक और उन्नत प्रिंटर हैं, जिनका उपयोग 3D-ऑब्जेक्ट को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। 3D प्रिंटिंग एक CADमॉडल या एक डिजिटल 3D मॉडल से त्रि-आयामी वस्तु का उत्पन करता है। 3D प्रिंटर को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग प्रिंटर या फैब्रिकेशन प्रिंटर भी कहा जाता है।
ऑटोकैड जैसे 3-डी डिजाइनिंग एप्लिकेशन से डायरेक्ट सोर्स फाइलों का उपयोग करके 3D-ऑब्जेक्ट और संरचनाओं के तेजी से प्रोटोटाइप बनाया जाता है।
हाल के वर्षों में, 3डी प्रिंटिंग महत्वपूर्ण रूप से विकसित हुई है, इसका उपयोग मैन्युफैक्चरिंग, चिकित्सा, आर्किटेक्चर, आर्ट और डिज़ाइन जैसे क्षेत्र में उपयोग हो रहा है।
7) Plotter printer in hindi :
ये प्रिंटर बड़े पैमाने पर ड्रॉइंग को प्रोडयुस करने के लिए अपनी एफिशिएंसी के लिए जाने जाते हैं। ये मुख्य रूप से इंजीनियरिंग ड्रॉइंग्स या आर्किटेक्चरल ब्लूप्रिंट के लिए उपयोग किए जाते हैं।
हालांकि, इसे प्रिंटर की एक अलग श्रेणी में भी रखा जा सकता है, फिर भी इसे ज्यादातर प्रिंटर के रूप में परिभाषित किया जाता है। अन्य प्रिंटर की तुलना में मुख्य अंतर यह है कि यह एक पेन का उपयोग करके लाइन ड्रॉ करता है। लाइनों के ये विभिन्न कॉम्बिनेशंस कुछ प्रिंटर द्वारा प्रोडयुस क्लोज स्पेस डॉटस् से अलग हैं। यह प्लॉटर्स मल्टीकलर भी होते हैं।
हाई रेज़लुशन बनाए रखते हुए प्लॉटर कागज की बहुत बड़ी शीट पर काम कर सकते हैं। वे प्लाईवुड, एल्यूमीनियम, स्टील शीट, कार्डबोर्ड और प्लास्टिक काटने सहित विभिन्न प्रकार की फ्लैट सामग्री पर काम कर सकते हैं।
इंकजेट प्लॉटर बड़े बड़े पोस्टर बैनर और वेक्टर ग्राफ़िक्स का प्रिंट करते हैं। पारंपरिक प्रिंटर की तुलना में प्लॉटर बहुत अधिक महंगे होते हैं
ये प्रिंटर लेजर प्रिंटर के समान काम करते हैं। ऐसा प्रिंटर लेज़र प्रिंटर में उपयोग किए जाने वाले लेज़र बीम के बजाय प्रिंटहेड में लाइट स्रोत के रूप में एक लाइट इमिटिंग डायोड (LED)सिस्टम का उपयोग करता है।
कई बार उन्हें लेजर प्रिंटर के समान श्रेणी में भी रखा जाता है। फिर भी, वे इलेक्ट्रोस्टैकीक इमेज को फोटोरिसेप्टर में ट्रांसफर करने के लिए लेजर प्रिंटर की तरह लेजर बीम का उपयोग नहीं करते।
एलईडी मैकेनिज्म अपने लेजर प्रिंटर समकक्ष की तुलना में बहुत सरल होता है। लेज़र प्रिंटर की तरह, एलईडी प्रिंटर में एक फोटोरिसेप्टिव ड्रम होता है, जिसकी सतह पर एक हाई वोल्टेज तार द्वारा स्थिर बिजली से सकारात्मक रूप से चार्ज होती है।
कागज की शीट फिर दो गर्म रोलर्स के बीच से गुजरती है, टोनर को प्रिंटर से बाहर आने से पहले पेज पर फ्यूज कर देती है।एलईडी प्रिंटर सस्ते व्यक्तिगत प्रिंटर से लेकर विशाल डिजिटल प्रिंटिंग प्रेस तक उपलब्ध हैं जो प्रति मिनट 700 से अधिक पेज प्रिंट करते हैं।
9) Barcode Printer in hindi :
बारकोड प्रिंटर एक लेबल प्रिंटर है, बारकोड प्रिंटर बारकोड लेबल या टैग को प्रिंट करने के लिए उपयोग में आता है। बारकोड प्रिंटर दो तरह की तकनीक में से एक का उपयोग करता है, जिसमें थर्मल तकनीक या थर्मल ट्रांसफर प्रिंटिंग तकनीक शामिल है।
गर्मी, धूप और रसायनों जैसे तत्वों के संपर्क में आने पर बारकोड थर्मल प्रिंटर से उत्पादित बारकोड के अपठनीय होने की संभावना अधिक होती है, और इसलिए थर्मल तकनीक के साथ बनाए गए बारकोड की लंबी उम्र नहीं होती है।
प्रिंट को लंबी समय के लिए प्रिंटिंग क्वालिटी और अच्छे लेबल के मटेरियल से बारकोड कोड प्रिंट थोड़े महंगे होजाते है। बारकोड प्रिंटर का उपयोग छोटे व्यवसाय से लेकर औद्योगिक उपयोग के लिए किया जाता है, और आमतौर पर प्रोड्कट पर लेबल लगाने के लिए उपयोग किया जाता है।
19 वीं शताब्दी में चार्ल्स बैबेज द्वारा उनके Difference Engine के लिए डिजाइन किया गया पहला कंप्यूटर प्रिंटर एक मकैनिकली ड्रिवेन डिवाइस था; हालांकि, 2000 तक उनका मकैनिकल प्रिंटर का डिजाइन नहीं बनाया गया था।
पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर EP-101 था, जिसका आविष्कार जापानी कंपनी Epson द्वारा किया गया था और 1968 में जारी किया गया था।
पहला commercial प्रिंटर आमतौर पर इलेक्ट्रिक टाइपराइटर और टेलेटाइप मशीनों से मैकेनिजम का उपयोग करते थे। हाई स्पीड की मांग ने विशेष रूप से कंप्यूटर उपयोग के लिए नए सिस्टम के डेवलप को जन्म दिया।
1980 के दशक में टाइपराइटर के समान डेज़ी व्हील सिस्टम थे, जिनका आउटपुट लाइन प्रिंटर के समान था लेकिन बहुत अधिक स्पीड पर, और डॉट मैट्रिक्स सिस्टम जो टेक्स्ट और ग्राफिक्स को मिश्रित कर सकते थे लेकिन अपेक्षाकृत कम क्वालिटी का आउटपुट प्रोडयुस करते थे।
प्लॉटर का उपयोग ब्लूप्रिंट जैसे हाई क्वालिटी लाइन आर्ट की आवश्यकता वाले लोगों के लिए किया गया था।
1984 में पहला लो-कॉस्ट प्रिंटर HP LaserJet लॉन्च हुआ।
1990 तक, फ्लायर और ब्रोशर जैसे सबसे आसान प्रिटींग टास्क को अब पर्सनल कंप्यूटरों पर बनाया जाने लगा था और फिर लेजर प्रिंटर पर प्रिंट किया जाने लगा था।
1990 के दशक और 2000 के दशक के दौरान इंटरनेट ईमेल के तेज़ी से बढ़ने से डयॉक्युमेंट को ट्रांसफर करने के साधनों के रूप में प्रिंटिंग की आवश्यकता को काफी हद तक विस्थापित कर दिया।
2010 के आसपास से, 3 डी प्रिंटिंग अधिक इंटरेस्ट का एक क्षेत्र बन गया, जिससे 3 डी ऑब्जेक्ट को प्रिंट करना आसान हो गया।
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प्रिंटिंग स्पीड क्या होता है ? | What is Printing Speed in Hindi ?
बिज़नेस के लिए डेस्कटॉप और वर्कग्रुप प्रिंटर विभिन्न तकनीकों का उपयोग करते हैं, हर प्रिंटर का एक स्पीड निर्धारित रहती है। जिनमें से प्रत्येक प्रिंटर लागत, स्पीड और क्वालिटी के लिए जाने जाते है। सारे प्रिंटर को स्पीड के आधार पर वर्गीकृत किआ जा सकता है।
प्रिंटिंग स्पीड को हम निम्नलिखित इस तरह से वर्गीकृत करेंगे :
Character Per Second (CPS)-Serial Printer
Line Per Minute (LPM)-Line Printer
Pages Per Minute (PPM)-Page Printer
1) Character Per Second (CPS)-Serial Printer
प्रारंभिक समय में सारे प्रिंटर की स्पीड करैक्टर पर सेकंड (CPS) या करैक्टर पर मिनट (CPM) पर मापा जाता था।यह टर्म यह तय करता था की एक Serial Printer प्रति सेकंड कितने करैक्टर को प्रिंट कर सकता है।
यह सारे Dot Matrix Printer हैं, जिनका स्पीड 50-500 (CPS) का होता था। अधिकांश डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर इच्छा अनुसार प्रिंट की गुणवत्ता के आधार पर विभिन्न स्पीड प्रदान करते हैं।
2) Line Per Minute (LPM)-Line Printer
लाइन प्रिंटर का स्पीड लाइन पर मिनट (LPM) के आधार पर मापा गया। यह प्रिंटर यह तय करते थे की एक मिनट में वो कितने लाइन को प्रिंट कर सकते है।
लाइन प्रिंटर एक बार में एक पूरी लाइन को प्रिंट करता है और इसकी स्पीड 300 से 3000 (LPM) लाइन प्रति मिनट की सीमा में होती है। यह बहोत तेज गति के प्रिंटर होते हैं।
3) Pages Per Minute (PPM)-Page Printer
आज सारे मॉडर्न प्रिंटर पेजेस पर मिनट (PPM) को सपोर्ट करते है। हम यह सारे प्रिंटर को पेज प्रिंटर भी कह सकते है।पेज प्रिंटर एक लेज़र प्रिंटर होता है और लेजर प्रिंटर के प्रत्येक मॉडल को प्रति मिनट पेज की अनुमानित संख्या को प्रिंट करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
एक सामान्य होम लेजर प्रिंटर पर ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंटिंग 21 से 42 ( PPM) पेज प्रति मिनट के बीच होती है ।
वैसे तो ऊपर हमने Printer संबंधित सब कुछ बता दिया है। अगर आप ऊपर के लेख को अच्छे से पढ़ा होगा। तब Printer संबंधित सभी प्रश्नों का उत्तर आपको मिल गया होगा। लेकिन फिर भी यहाँ हम कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का संक्षिप्त उत्तर लिख रहे हैं।
1. Printer किसे कहते हैं? (Printer Kya Hai in Hindi)
जिसके द्वारा हम इलेक्ट्रॉनिक प्रति (Soft Copy) का कागजी प्रति (Hard Copy) निकालते हैं, उसे Printer कहते हैं। हमलोग Documents का Print या Photo Copy इसी मशीन से निकालते हैं। आप भी Aadhar Card, Voter ID Card, Marksheet वगैरह का Print जरुर कभी न कभी निकलवाएं होंगे।
2. Printer का Full Form (Printer Full Form in Hindi)
इस तरह का प्रश्न लोग अक्सर पूछते हैं कि Printer का Full Form क्या होता है। शायद आप भी Printer का Full Form जानना चाहते होंगे। लेकिन क्या Printer का Full Form होता है? नहीं! Printer का कोई Full Form नहीं होता है। यह खूद पूरा नाम है। वह यंत्र या मशीन जो Print निकालता है, Printer कहलाता है।
3. Printer का कार्य (Function of Printer in Hindi)
वो सब तो ठीक है, लेकिन Printer का क्या काम है। क्या आपको पता है कि Printer क्या काम करता है, Printer का कार्य क्या है। अगर आपने इस लेख को अच्छे से पढ़ा होगा। तब आप अच्छे से जाने गये होंगे कि Printer का क्या कार्य है। लेकिन फिर भी हम दोबारा आपको बता देते हैं कि Printer का कार्य Print निकालना होता है। Computer में जो Digital Data होता है। उसे कागज पर Print करने का काम Printer करता है।
4. Printer का उपयोग (Use of Printer in Hindi) :
प्रिंटर का उपयोग है
Printer का उपयोग बहुत पहले से हो रहा है। पहले इसका उपयोग Mainframe Computer के साथ किया जाता था। आजकल Laser Printer अधिक लोकप्रिय प्रिय है। वर्ष 1980 में इस Printer का कीमत लगभग 3000 डॉलर था। इसकी गुणवत्ता और स्पीड दोनो बाकी Printers की मुकाबले अच्छी होती है। Printers का उपयोग मुख्य रूप से छपाई करने के लिए होता है। आजकल All in One Printer भी आ रहे हैं। जिसमें Scanner का गुण भी होता है। यानी इस तरह के Printer का उपयोग Scanning और Printing दोनो कार्यों के लिए कर सकते हैं।
5. Printer का आविष्कार किसने और कब किया?
Computer Printer का इतिहास ज्यादा पुराना भी नहीं है। यह लगभग वर्ष 1938 के आसपास शुरू हुआ था। जब Chester Carlson नामक व्यक्ति ने Printer Device का खोज किया था। जिसका नाम Electrophotography रखा था।
6. Printer क्या है Hardware या Software
चूँकि Printer एक उपकरण है। इसलिए यह Hardware होगा। Computer के सभी उपकरण Hardware होता है। अगर आपने Printer को देखा है फिर भी इस तरह का प्रश्न आपके मन में आ रहा है। तब इसका मतलब है कि आपको Hardware और Software की जानकारी नहीं है। इसलिए सबसे पहले आपको Hardware और Software की पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए।
Conclusion – Printer in Hindi
इस लेख में हमने Computer Printer in hindi की पूरी जानकारी बताया है। जिसमें बताया कि Printer क्या है, Printer के प्रकार, Printer की परिभाषा इत्यादि। उम्मीद करते हैं कि यह लेख printer in hindi आपको पसंद आया होगा और कुछ नया जानने को जरुर मिला होगा। यह प्रभावशाली लेख आपको कैसा लगा हमें जरुर बताए। अगर कुछ पूछना चाहते हैं। तब कमेंट के जरिए बेझिझक पूछ सकते हैं।